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Click hereदिल्ली में सुल्तान-रफीक के बीच युद्ध
UPDATE 03
खतरनाक आकर्षण
इन चारो सुंदरियों को देखकर और उनके नग्न शरीर के अंगों को निहारते हुए परवेज का गुलाबी अवधी आर्यन लिंग पायजामे के नीचे अपने पूरी *चार अंगुलीय्या * (चार इंच) तक बढ़ कर पूरा 7 इंची लम्बा हो गया। वह जो नजारा देख रहा था उसे देखकर वह ख़ुद को बहुत भाग्यशाली व्यक्ति मान रहा था साथ ही चारों बेगमों की बातचीत भी गरमागरम होने लगी और वे आपस में भद्दे-भद्दे चुटकुले सुनाने लगीं। इस माहौल और बातचीत ने उसकी उत्तेजना बढ़ाने का काम किया। इन प्यारी नग्न आर्य सुंदरियों को लुंड, फुद्दी और चुदाई के बारे में बाते करते और चुटकुले सुनने से परवेज और अधिक उत्साहित हो गया।
अंत में, परवेज पूरी तरह से वासना से डूब गया। उसे लगा अब उसे कुछ करना चाहिए। अपनी ईर्ष्यालु बीबी सुल्ताना के सामने उसके पास एक ही बार में चारों औरतों को पाने का कोई मौका नहीं था। ऐसी बातें केवल सपनों में या कल्पनाओं में होती थीं। अगर वह पीछे हट जाता और फिर दूर से आने की घोषणा करता, तो यह बेगमों को फिर से तैयार होने का मौका देता। लेकिन अगर वह पेड़ के पीछे से बाहर आया, औरतों को पता चल जाएगा कि वह उन्हें देख रहा था और उसके पाजामे के नीचे उसका लंड खड़ा हो गया है ये भी पता चल जाएगा, लेकिन फिर भी उसके पास हमेशा के लिए ऊपरी हाथ होता और जब भी वे परवेज से मिलती या उसे देखती तो ये जान कर उन्हें परवबेज ने पूरी तरह से नग्न देखा है तो परवेज कभी भी उन्हें पाने का प्रयास कर सकता है। हालांकि ऐसा करने से सुल्ताना को जलन होगी, लेकिन उसने सोचा इन तीन बेगमों के साथ सम्बंध स्थापित करने का यह सबसे अच्छा मौका था जिसे वह इन सुंदर महिलाओं को बहकाने और अपनी योनि में अपना लंड डालने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकता था।
अगर उन्होंने उसे अस्वीकार भी कर दिया तो भी उन्हें हमेशा ये आभास रहेगा कि उसने उन्हें देखा है और वह हमेशा ये बात उसके बाद उन्हें चिढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकता था। इसके इलावा हो सकता है कि इस बात के लिए वह सार्वजनिक रूप से उन सबके शोहर को छेड़ भी सके और जब उन्होंने उन्हें बताता कि उसने उनकी बीबी नंगी देखी है तो वह उस पंजाबी शोहर, उस गौरवान्वित राजपूत योद्धा और उस बंगाली बाबू का चेहरा देखना चाहेंता था। इसी प्रकार के तर्क करते हुए, उन्होंने कृत्रिम पेड़ के पीछे से क़दम रखा और अपनी उपस्थिति की घोषणा की और बेगमो को अस्सलाम वालेकुम बोला।
परवेज को तब बेहद आश्चर्य हुआ जब चारो बेगमों ने केवल उसके सलाम को स्वीकार किया बल्कि उसके बाद उसी मस्ती में वह उस कुंड के बेसिन में वह जैसी जिस दिन पैदा हुई थीं, वैसी ही बेफिक्री से नंगी रहीं परवेज को बेहद अजीब लगा कि उन्होंने तुरंत अपने नग्न शरीर को ढंकने की मर्द के सामने कोई कोशिश नहीं की और साथ ही इस समय उसकी अपनी सामान्य रूप से ईर्ष्यालु सुल्ताना भी तीन अन्य नंगी औरतों के सामने उसको देखकर उसे कोई आपत्ति नहीं कर रही थी! वासना में डूबे होने के कजारन उसने यह भी नहीं देखा कि चारों बेगम उसके आने से आश्चर्यचकित भी नहीं हुई, पर वास्तव में उसकी ही प्रतीक्षा कर रही थी।
उन्हें सलाम करने के बाद, परवेज, कुछ हद तक शरमाकर अंदर चला गया और जल्दी से एक सुंदर शेरवानी पहन कर वह वापस कुंड के पास चला गया। उसने उम्मीद की थी कि अब उसकी बीबी ने और अन्य बेगमो ने कपड़े पहन लिए होंगे। इसके बजाय, उसे यह देखकर ख़ुशी हुई कि चारों बेगम बेधड़क अपनी मस्ती जारी रखे हुए कुंड में नग्न ही थी। परवेज को यह एक सपने जैसा लग रहा था वह सोच रहा था कही ये सब असत्य तो नहीं। एक तकिया लेकर, वह स्नान करने वाली चार सुंदरियों के सबसे नज़दीक से देखने के लिए, सीधे कुंड के पास में बैठ गया। जैसे ही वह बेसिन के पास अपनी गद्दी पर बैठा, उसने अब खुलेआम सभी नग्न सुंदरियों को देखा और सोचा कि उनबेगमो के साथ ऐसा क्या हुआ था कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं थी कि वह उन सभी को इस हालत में सबके सामने देख रहा था।
थोड़ी देर बाद उसने सुना कि रीमा सुल्ताना, मल्लिका और गुलनाज़ को कुछ मसालेदार ख़बर के बारे में बताना शुरू करती है। वास्तव में, यह उसके हालिया यौन अनुभवो में से एक के बारे में था। परवेज ने ईर्ष्या से सुना क्योंकि रीमा ने ख़बर सुनाई कि उसने रफीक नामक किसी भाग्यशाली हरामजादे के साथ का आनंद लिया था और फिर रीमा ने सुल्ताना, मल्लिका और गुलनाज को उसका रसदार विवरण सुनाया। रीमा ने अपनी सहेलियों के आगे अपने नए यार के कौशल, उसके शरीर और उसकी सहनशक्ति की प्रशंसा की। इस नई बातचीत ने अब परवेज को तड़पाना शुरू कर दिया। क्योंकि, जबसे उसने सुंदरियों को इस हालात में देखा था, तब से वह उन सभी के प्यार में पागल हो गया था और स्वाभाविक रूप से किसी भी प्रतिद्वंद्वी, यहाँ तक कि उनके पतियों के लिए भी ईर्ष्या करने लगा था।
जारी रहेगी